कच्छ का रण - सफेद रेगिस्तान का भ्रमण


अपनी विविध सभ्यता और संस्कृति के लिए जाना जाने वाला, गुजरात भारत का एक प्रमुख पर्यटन राज्य है। इस राज्य के लगभग सभी शहर पार्टन के दृष्टिकोण से बहुत शानदार और सुंदर हैं। इन खूबसूरत शहरों की सूची में 'कच्छ' जिले का नाम आता है। यह खूबसूरत होने के अलावा क्षेत्रफल के लिहाज से राज्य का सबसे बड़ा जिला है। यह देश का अतिप्राचीन शहरों में से एक है इसी शहर के 'धोलावीरा' नमक गांव में महान  'सिन्धु घाटी सभ्यता' विकसित हुई थी। कच्छ का उल्लेख हिंदू पौराणिक कथाओं में भी मिलता है। यह शहर अपने समय की अवधि से अधिक उन्नत और विकसित था। 

इस शहर को जो खास बनाता है वह है यहां मनाया जाने वाला 'रण उत्सव'। कच्छ के धोरडो में प्रतिवर्ष पारंपरिक तरीके से रण उत्सव का भव्य आयोजन किया जाता है। सामान्यता यह उत्सव दिसम्बर से सुरु होकर फरवरी तक रहता है। यह उत्सव सफेद रेगिस्‍तान, कला, नृत्य, संगीत, और शिल्प के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। यह सफेद रेगिस्‍तान दुनिया के सबसे बड़े नमक रेगिस्तानों में से एक माना जाता है। इसका कुछ भाग पाकिस्तान में भी है किन्तु इसका सबसे अधिक भू-भाग भारत में है। यहाँ पर जाने का सबसे अच्छा मौसम आप के लये दिसंबर का सेकेण्ड वीक होगा। क्योकि इस मौसम में सफेद नमक की चादर कच्छ के रेगिस्‍तान को पूरी तरीके से अपने आगोश में ले लेता है।

इस त्योहार का मुख्य सौंदर्य सूर्योदय और सूर्यास्त है। सफेद रेगिस्तान पर चंद्रमा की रोशनी के कारण कच्छ का उदास रेगिस्तान खिलता है। यह दृश्य देखने में बहुत आकर्षक लगता है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय, जब सूर्य की किरणें सफेद रेगिस्तान पर पड़ती हैं, तो यह नीले रंग में अपने वातावरण को दर्शाता है। टेंट सिटी के परिसर में, स्थानीय कलाकारों के लोक नृत्य और मनोरंजन, संगीत शो आदि के लिए कई व्यवस्थाएं की जाती हैं। इन बाजारों में बिकने वाली अधिकांश वस्तुएं हस्तशिल्प हैं। इसलिए, इन वस्तुओं की सुंदरता और महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस त्यौहार पर करने के लिए बहुत कुछ है जैसे पैरा मोटरिंग, एटीवी राइड, राइफल शूटिंग, स्टार गौइंग, आर्चरी, कैमल राइड्स, और कैमल कार्ट राइड्स आदि। इन सभी कार्यक्रमों के अलावा, यह यहाँ स्वादिष्ट भोजन भी आपको बहुत पसंद आएगा।

अगर आपको ऊंट की सवारी करना पसंद है, तो आपको चांदनी रात की रोशनी में ऊंट की सवारी का आनंद लेना चाहिए। ऊंट की सवारी आपके लिए नई और सुखद होगी। ऊंट की सवारी करते हुए, आप कच्छ के सुंदर सफेद रेगिस्तान का अद्भुत दृश्य देख सकते हैं।

इस सफ़ेद रेगिस्तान का दीदार करने के लिए आपको भिरंडियार चेक पोस्ट पर परमिट लेना होता है। इस परमिट का दर आपको प्रति व्यक्ति लगभग १०० रूपये देना होगा। यह परमिट आप ऑनलाइन भी बनवा सकते है, और वहां जाकर भी बनवा सकते है। 

रन उत्सव के अलावा यहां बहुत कुछ घूमने के लिए है ये सारे स्थान भुज के आसपास के है। जो पर्यटन की की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। कच्छ के रण में जाने के लिए, आप भुज से टैक्सी सेवा ले सकते हैं और चारों ओर घूम सकते हैं।

१- कालो डूंगर- यदि कच्छ घूमने आ रहे तो अपने ट्रिप प्लान में काला डूंगर को अवश्य शामिल करें। यह स्थान कच्छ के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। काला डूंगर की यात्रा आपके लिए एडवेंचर से भरपूर्ण होगी। यहाँ पर आप ट्रैकिंग के साथ-साथ वाइट रण का टॉप व्यू भी देख सकते है। इसे ब्लैक हिल के नाम से भी जाना जाता है। इस पहाड़ पर एक ऐतिहासिक दत्तात्रेय मंदिर भी जो पर्यटकों और भक्तो के बिच आकर्षण का केंद्र है। इस पहाड़ को और खास बनाता है यहां का गुरुत्वाकर्षण। गुरुत्वाकर्षण होने के कारण यहां पर गाड़िया बंद होने के बावजूद पीछे की तरफ अपने आप चलती है।   

२-आइना महल- 17 वि सताब्दी में बनवाया गया यह महल शीश महल के नाम से भी जाना जाता है। इस खूबसूरत महल का निर्माण राजा राव लखपतजी ने कराया था। आइना महल की कलाकृति पर्यटकों को यहां आने के लिए आकर्षित करता है। इस महल में जाने के लिए आपको २० रुपये प्रतिव्यक्ति फीस देना होगा। और यदि आप इस महल की खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद करना चाहते है तो इसके लिए ५० रूपए का भुक्तान करना होगा। जैसा की नाम से ही प्रतीत हो रहा 'आइना महल' अर्थात शिशो का महल। इस महल को शीशे की खूबसूरत कारीगरी करके सजाया गया है। 

३- प्राग महल- प्राग महल का नाम इस महल के निर्माणकर्ता के नाम पर पड़ा है। इस महल के निर्माणकर्ता राजा प्रागमलजी द्वितीय टी थे। यह महल इटैलियन गॉथिक वास्तुकला का एक नायब नमूना है। इस महल की खूबसूरती इसके क्लॉक टॉवर में है। जो महल के दाई ओर स्थित है। इटैलियन शैली में बने होने के कारण यह महल देश के अन्य महलों से भिन्न दिखाई पड़ता है। यह भिन्नता ही पर्यटकों अपनी ओर आने के लिए आकर्षित करती है। इस महल में जाने के लिए आपको ५० रुपये प्रतिव्यक्ति फीस देना होगा।

४- स्वामीनारायण मंदिर-  ये सारे स्थान हो गए घूमने-फिरने और मस्ती करने के किन्तु अब बात करते आधयात्मिक स्थानों की। स्वामीनारायण मंदिर हिन्दू धर्म के लोगो के लिए एक पवित्र स्थान है। सफेद संगेमरमर से बना हुवा यह मंदिर भुज की खूबसूरत और पवित्र मंदिरों में से एक है। मंदिर के चारो ओर खूबसूरत बगीचे बनाये गए है। इसी बगीचे में भगवन शंकर के साथ गंगाजी की खूबसूरत मूर्ति स्थापित की गई है।  

५- कच्छ म्यूजियम- कच्छ के म्यूजियम रखे सारे वास्तु कच्छ के गौरवशाली इतिहास को बयां करता है। इस संग्रालय में आपको चित्र, सिक्के, संगीत वाद्ययंत्र एवं कलात्मक नक्काशी मूर्तियों तक देखने को मिल जायेगे। इस संग्रालय की सबसे बड़ी प्रसिद्धि है यह है की यह भारत का पहला ऑनलाइन संग्रहालय है। बुधवार को यह संग्रालय बंद रहता है।

अंग्रेजी में पढ़े: - Rann of Kutch- Explore the Alluring Glow of White Desert


Comments

Popular posts from this blog

मणिकर्णिका घाट वाराणसी

बिहार का गौरव राजगीर में पर्यटन स्थल

अस्सी घाट बनारस