अस्सी घाट बनारस

अस्सी घाट, वाराणसी का अनोखा और प्राचीन घाट, एक ऐसा स्थान है जो समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक महत्व से भरपूर है। यहां स्थानीय निवासी और पर्यटक दोनों को अपनी सुविधा और सुंदरता से प्रभावित करने का दर्शन होता है। अस्सी घाट, जो गंगा और यमुना नदियों के मिलन स्थल पर स्थित है, का गौरव है, एक साकार और निर्मित धार्मिक यात्रा का केंद्र भी है, जो संस्कृति और चट्टानों की गहरी धारा का एहसास कराता है। अस्सी घाट का स्थान गंगा नदी के तट पर होने के कारण इसे धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा-पाठ के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। यह घाट हरित तीर्थ राजा और यमुना नदी के संगम स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है, जो धार्मिकता और पवित्रता का महत्वपूर्ण स्रोत है। इस यात्रा में हम अस्सी घाट के पीछे स्थित इतिहास, महत्वपूर्ण स्थल और स्थानीय धरोहरों की खोज करेंगे, जिससे यात्री और पर्यटकों को इस अनोखे स्थल की गहनता का संवादित अनुभव होगा। ऐतिहासिक महत्व: अस्सी घाट का नाम अस्सी नदी से लिया गया है, जो एक छोटी सी धारा थी जो कभी इस स्थान पर गंगा में गिरती थी। इस घाट का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में मिलता है और माना जाता है कि यह ह...