Posts

Showing posts from December, 2020

मावलिननॉंग या मौलिन्नोंग गांव- पूर्वी खासी हिल्स में एक खूबसूरत आकर्षण

Image
प्रकृति ने भारत को सभी प्राकृतिक संसाधनों से पोषित किया है। उन्होंने हम पर सभी प्रकार के मौसम, वनस्पतियों, जीवों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की वर्षा की है। प्रकृति ने भारत को चारो ओर से अपने सुन्दर आवरण से ढके हुए है। भारत का एक ऐसा ही राज्य है मेघालय जो प्रकृति सम्पदाओं से परिपूर्ण है। मेघालय भारत के खूबसूरत राज्यों में से एक है। इसकी प्राकृतिक खूबसूरती को देखकर ब्रिटिश   अधिकारियों ने इसे भारत का 'पूर्व का स्काटलैण्ड' की संज्ञा दी है। खूबसूरत पहाड़ों, नदियों, झरनों और हरियाली से भरपूर, मेघालय राज्य भारत के पर्यटन स्थलों का एक केंद्र है। यहाँ पर वर्ष के बारहो महीने पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। इस राज्य कि खूबसूरती का दीदार करने के लिए देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। शिलॉन्ग, चेरापूंजी, दाऊकी और मावसिनराम के अलावा मेघालय में एक और खूबसूरत और साफ-सुथरा गांव है, जिसका नाम मावलिननॉंग है। मावलिननॉंग गांव पूर्वी खासी हिल्स जिले में स्थित है। मावलिननोंग गांव भारत का ही नहीं अपितु एशिया का सबसे स्वच्छ गांव है। ट्रेवल पत्रिका डिस्कवर इंडिया ने वर्ष

इलाहाबाद में घूमने की जगहें- टैक्सी से सिटी टूर प्लान करें

Image
संगम नगरी और कुम्भ नगरी के नाम से प्रसिद्ध इलाहबाद उत्तर प्रदेश राज्य का एक धार्मिक तीर्थ नगरी है। यह अपने वैभवशाली सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए विश्व भर में जाना जाता है। भारतीय इतिहास में इस नगर का प्राचीनकाल से लेकर आधुनिक काल में एक पवित्र धार्मिक नगरी के रूप में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। इतिहास के उतार-चढ़ाव के साथ-साथ इस शहर के नाम में भी परिवर्तन होता रहा है। इलाहबाद का प्राचीन नाम 'प्रयाग' था। ऐसा कहा जाता है जब भगवान ब्रह्मा ने ने सृष्टि की रचना करने के पश्चात्,  इस धरती के लोगो के कल्याण हेतु प्रथम बार यज्ञ किया था। यह यज्ञ इलाहबाद में ही संपन्न हुआ था, इसलिए इस शहर का नाम प्रयाग पड़ा। इलाहबाद की पावन धरती के अधिष्ठाता देखकर मुग़ल बादशाह अकबर ने इस शहर का नाम बदलकर 'इलाहबास' या "ईश्वर का निवास" कर दिया, जो बाद में बदलकर 'इलाहाबाद' हो गया। मध्यकाल के बाद आधुनिक युग में इस शहर का नाम परिवर्तित कर के प्रयागराज कर दिया गया।  यहां की सभ्यता और संस्कृति इतनी शानदार है कि यहां के लोगों को बड़े सम्मान से संबोधित किया जाता है, 'अच्छा, आप इल